ये हैं कोरोना के 11 लक्षण और ऐसे करें खतरनाक, मध्यम व हल्के संक्रमण का फर्क

ये हैं कोरोना के 11 लक्षण और ऐसे करें खतरनाक, मध्यम व हल्के संक्रमण का फर्क

सेहतराग टीम

भारत समेत दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते संक्रमित मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हर दिन हजारों की संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि इस बीच राहत की बात भी है। संक्रमित मामलों के बढ़ने के साथ हजारों की संख्या में मरीज ठीक भी हो रहे हैं। लेकिन इन सब के बीच एक और चीज देखी जा रही है कोरोना के रोज नए लक्षण सामने आ रहे हैं। जब कोरोना शुरू हुआ था तो सिर्फ चार लक्षण ही सामने थे, लेकिन अब इनकी संख्या 11 हो चुकी है। द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना वायरस के 11 लक्षणों की सूची जारी की है। जानते हैं- क्या हैं ये लक्षण और कोरोना से जुडी अन्य जानकारी।

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कोरोना वायरस के लक्षण (Symptoms Of Coronavirus)

शुरूआत में कोरोना वायरस के चार ही लक्षण सामने आए थे। ये चार लक्षण थे, तेज बुखार एवं खांसी, गले में खरास होना, बहती या बंद नाक और सांस लेने में तकलीफ होना। अब जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इसके लक्षणों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

वर्तमान में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना के 11 लक्षणों को आधिकारिक मंजूरी दी है। इसके साथ ही मंत्रालय ने इन लक्षणों के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी भी साझा की है। जो नए लक्षण सामने आए हैं, उसमें बदन दर्द, सिर दर्द, थकान, ठिठुरना, दस्त, उल्टी और बलगम में खून आना शामिल है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक गंध या स्वाद का एहसास खो जाना भी कोरोना वायरस के प्रमुख लक्षणों में शामिल है। WHO समेत दुनिया भर के शोधकर्ता, वैज्ञानिक व डॉक्टर कोरोना वायरस के अन्य लक्षणों की पहचान करने में जुटे हुए हैं। कई रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि कोरोना वायरस के स्वरूप में लगातार परिवर्तन भी हो रहा है। हालांकि इसे लेकर कई अलग-अलग मत हैं।

भारत सरकार समेत डब्ल्यूएचओ, कोरोना वायरस के लक्षणों के साथ ही इससे बचाव के उपायों के बारे में भी लोगों को लगातार जागरुक कर रहे हैं। बयान के इन उपायों में 15 जरूरी टिप्स को शामिल किया गया है। इसमें उचित दूरी रखते हुए दूसरों का अभिवादन करने, सार्वजनिक स्थानों पर दो गज (6 फीट) की दूरी रखने और दोबारा प्रयोग होने वाला घर पर बना मास्क या फेस कवर प्रयोग करने की सलाह दी गई है।

इसके अलावा बिना वजह आंख, नाक व मुंह को न छूने, श्वसन क्षमता बनाए रखने, बार-बार हाथ धोने, तंबाकू उत्पादों का सेवन न करने व सार्वजनिक स्थानों पर न थूकने, अक्सर छूई जाने वाली सतहों को नियमित साफ व कीटाणु रहित रखने, अनावश्यक यात्रा न करने, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाने, आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने, संक्रमित अथवा देखभाल में जुटे लोगों से भेदभाव न करने, विश्वसनीय सूचनाओं पर भरोसा करने, कोई भी लक्षण होने पर केंद्र की टोल फ्री हेल्पलाइन 1075 या राज्य की हेल्पलाइन पर संपर्क करने और मानसिक तनाव अथवा परेशानी होने पर मनोसामाजिक सहायता सेवाओं की मदद लेने की सलाह दी गई है।

ऑक्सीजन सैचुरेशन होने पर क्या करें (What to Do in Case of Oxygen Saturation in Hindi):

कोरोना के ज्यादातर मरीजों में ऑक्सीजन सैचुरेशन (ऑक्सीजन की कमी) नहीं होता है। इसी लक्षण के आधार पर कोरोना संक्रमित मरीज को घातक, मध्यम और हल्के लक्षण वाले मरीजों की सूची में शामिल किया जाता है। ऑक्सीजन सैचुरेशन के अलावा भी इसके कुछ अन्य मानक तय हैं। डॉ के अनुसार ऑक्सीजन सैचुरेशन नापने के लिए मरीज ऑक्सी पल्स मीटर का इस्तेमाल कर सकता है। इसे रक्त में ऑक्सीजन का स्तर पता चलता है। चूंकि वायरस सबसे ज्यादा फेफड़ों को प्रभावित करता है, ऐसे में ज्यादा संक्रमण होने पर मरीज में ऑक्सीजन कम होने लगेगी। ऑक्सीजन लेवल अगर 90 से कम आता है तो इसे गंभीर माना जाता है। 94 से कम ऑक्सीजन स्तर वाले मरीज मध्यम श्रेणी में और 95 से ज्यादा ऑक्सीजन स्तर वालों को हल्के लक्षण वाले मरीजों की श्रेणी में रखा जाता है।

 

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